आज पूरे देश में तीज का पर्व 30 अगस्त के दिन बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा। बता दें कि इससे पहले सोमवार के दिन महिलाओं ने करु भात करेला खाया और पर्व की शुरुआत करी। जानकारी के अनुसार अर्धरात्रि से सुहागिन महिलाओं का अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत की शुरूआत करी। जहां आज देर शाम भगवान शिव और पार्वती की पूजा के साथ सभी महिलाएं कथा सुनेंगी। दूसरे दिन यानी 31 अगस्त के दिन सुबह स्नान, पूजा के बाद फलाहार करेगी।
खास बात
वहीं, सोमवार के दिन सुहागिनों के सबसे बड़े पर्व तीज पर मायका जाने का सिलसिली भी चला। जहां मंगलवार के दिन संध्या काल में नए वस्त्राभूषण से सुसज्जित होकर बालू से शिवलिंग निर्माण कर पूजन कर हरितालिका व्रत कथा का श्रवण करने से व्रत सफल होता है। 31 अगस्त के दिन सुबह माता की पूजा, आरती के बाद फलाहार व सोलह श्रृंगार किया जाएगा।
36 घंटे का रखेंगी व्रत
जानकारी के अनुसार यह पर्व पति के दीर्घायु जीवन और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना का पर्व है। गणेश चतुर्थी की सुबह तक यानी करीब 36 घंटे तक महिलाएं यह व्रत रखती हैं। महिलाएं इस दौरान बगैर कुछ खाए-पिए भगवान शिव और पार्वती की आराधना करेंगी। वहीं, यह तीज का त्यौहरा बहुत ही कठिन होता है। जिसे निर्जला रूप में महिलाएं रखती है। जो बिना पानी पिए रहा जाता है। यह व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की खूब जमकर आराधना होती है।
इस दिन होगा समापन
बता दें कि व्रत का समापन गणेश चतुर्थी के दिन यानि मंगलवार के दिन होगा। सुबह महिलाएं पारंपरिक व्यंजन खाकर अपना उपवास खोलेंगी। बता दें कि यह तीज के पर्व का ज्यादा महत्व पूर्वी क्षेत्रों में ज्यादा देखने को मिलता है। तीजा से एक दिन पहले शहर के रेलवे स्टेशन और बस स्टैण्ड में तिजाहारिनों की भारी भीड़ देखने को मिलती है।