अक्सर हम देखते है कि महिलाएं फैशने को देखते हुए वह अधिक हील वाली सैंडिल पहनना ज्यादा पसंद करती है। आपको बता दें कि यह शरीर के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। जिससे ना केवल पैरों में दिक्कत बल्कि कमर में भी परेशानी आ सकती है। जिस कारण एड़ियों, घुटनों और पीठ के जोड़ों में कुछ बदलाव देखे जा सकते है। ज्यादातर महिलाएं हमेशा हाई हील वाली सैंडिल पहनना पसंद करती है। जिसके पहनने से ज्यादातर वजन एड़ी और पंजे पर पड़ता है। जहां ज्यादा समय तक एड़ी पर असर पड़ सकता है।
कोशिश करें पहने फ्लैट चप्पल
आपको बता दें कि पैरों की पॉजिशन बदलने से जांघ की मांसपेशियां छोटी होती जाती हैं। जिससे टखनों के आस-पास की मांसपेशियों पर दबाव देखने को मिलता है। जहां पैरों में असंतुलन होने पर कई रोगों का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही नसें भी कमजोर पड़ने लगती हैं। जहां ज्यादा देर तक हाई हील पहनने से पैरों की अंगुलियों में अकड़ आ सकती है। इसलिए हमेशा कोशिश करें कि फ्लैट चप्पल को पहनें। अगर पहननी भी पड़े तो कम समय के लिए एक से दो इंच की हील ही इस्तेमाल करें।
इतनी ऊंचाई की ले हाई हील्स
एक बात का ध्यान रखें कि ऊंची एड़ी के जूते तभी पहनें जब आप समान सतहों पर चल रहे हों। जैसे कोई हॉल या एअरपोर्ट। कम ऊंचाई की ऐसी हील्स खरीदें जो चौड़ी हों और जिसकी ऊंचाई 2 इंच से ज्यादा न हो। इससे क्या होगा कि आपका संतुलन सही बना रहेगा और वह खून के प्रवाह को बनाए रखेगी। वहीं, लंबे समय तक बैठने और अपने पैरों को क्रॉस रखने से बचें। अपनी एड़ियों को रोल करें और अपने पैर की उंगलियों को फैला कर रखें। हालांकि, अलग-अलग ऊंचाई के जूते या सैंडल पहनें। ताकि पैरों की बनावट पर असर न पड़े और काफी लंबे समय तक हाई हील्स पहनने से भी बची रहें।